ऐतिहासिक विकास जीडीपी का 7.7%
- artidnishad
- Jan 11, 2021
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इस वित्त वर्ष 2019-20 में सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी में 4.2% वृद्धि दर्ज की गई थी |

देश की अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष (2020 -21) मई दशमलव 7.7%की गिरावट आने का अनुमान है| इससे पिछले वित्त वर्ष 2019-20 में सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी में 4.4% वृद्धि दर्ज की गई थी |
कोविड-19 महामारी के प्रभाव से चालू वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था में गिरावट आई है |राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने गुरुवार को राष्ट्रीय आय के पहले अग्रिम हनुमान को जारी किया |इसमें कहा गया कि कृषि को छोड़कर अर्थव्यवस्था के लगभग सभी क्षेत्रों में गिरावट आएगी|
एन एस ओ के अनुसार ,2020 -21 में स्थिर मूल्य (2011-12 )पर वास्तविक जीडीपी जीडीपी 134.40 लाख करोड़ रुपए रहने का अनुमान है |वहीं 2019-20 में जीडीपी का शुरुआती अनुमान 145.66 लाख करोड़ रुपए रहा है| 2020-21 किस में वास्तविक जीडीपी में हनुमान तरह 7.7% गिरावट आएगी| इससे पहले साल 2019-20 में जीडीपी की वृद्धि दर 4.2% रही थी |इस साल मार्च में कोरोना महामारी शुरू होने के बाद लॉकडाउन लगा था |इसका सीधा असर अर्थव्यवस्था पर पड़ा |लॉकडाउन के दौरान आर्थिक गतिविधियां पूरी तरह से ठप पड़ गई| कोरोनावायरस के चलते बड़ी संख्या में लोगों की नौकरी चली गई करोड़ों लोगों की रोजी-रोटी छिन गई |
इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी में 23.9 फ़ीसदी की गिरावट आई |हालांकि, दूसरी तिमाही में जीडीपी में सिर्फ 7.5 फ़ीसदी की गिरावट आई थी दूसरी हालात में सुधार आ रहा है| आर्थिक गतिविधियां काफी हद तक शुरू हो चुकी है|
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र की सरकार पर भारत की जीडीपी को लेकर निशाना साधा देश की जीडीपी को राहुल गांधी ने मोदी सरकार ऐतिहासिक विकास बताया है |कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार का ऐतिहासिक विकास जीडीपी 7.7 फ़ीसदी प्रति व्यक्ति आय 5.4 फ़ीसदी बेरोजगारी दर 9.1 फ़ीसदी कार के नए कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन दिल्ली की सीमाओं पर 45 वे दिन भी जारी है |किसानों का कहना है कि आंदोलन लंबे समय तक चलेगा क्योंकि किसान चाहते हैं कि सरकार किसी कानून को रद्द करें लेकिन सरकार उन्हें रद्द नहीं करना चाहती|
प्रति व्यक्ति आय 5.4%
वर्ष 2019-20 के दौरान वास्तविक अर्थ( 2011-12 )के मूल्यों पर में प्रति व्यक्ति आय के बढ़कर ₹96,563 हो जाने अनुमान लगाया गया है ,जबकि वित्त वर्ष दो हजार अट्ठारह उन्नीस में यह आंकड़ा ₹92,565 था| वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान प्रति व्यक्ति आय की वृद्धि पर 4.3% रहने का अनुमान लगाया गया है, जबकि पिछले वर्ष यह वृद्धि दर 5.6% थी |वर्तमान में जीडीपी के बढ़कर ₹204.42लाख करोड़ रुपए के स्तर पर पहुंच जाने का अनुमान लगाया गया है ,जबकि वर्ष 2018-19 में 190.10 लाख करोड़ रुपए गया था |इस तरह यह वित्त वर्ष 2019 के दौरान 7.5% जीडीपी वृद्धि दर को दर्शाता है वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान राष्ट्रीय आय 1,35,050 रुपए रहने का अनुमान लगाया गया है जो वित्त वर्ष 2018-19 के 1,26,406 रुपए की तुलना में 6.8% अधिक है |वित्त वर्ष 2018- 19 के दौरान प्रति व्यक्ति शुद्ध राष्ट्रीय आय की वृद्धि दर 10.0% रही|
बेरोज़गारी 9.1%
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय एनएसओ के अनुमान के मुताबिक इस वित्तीय वर्ष के दौरान जीडीपी का 10% पर कुर्सी जीडीपी के अनुमान के बाद राहुल गांधी ने सरकार के विकास को लेकर कसम है |
राहुल ने बेरोजगारी दर ,प्रति व्यक्ति आय में गिरावट और घरेलू उत्पाद के आंकड़े और कहा कि मोदी सरकार का ऐतिहासिक विकास जीडीपी 7.7%, प्रति व्यक्ति आय 5.4% ,बेरोजगारी दर 9.1 फ़ीसदी विकास हो गया|




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