पश्चिम बंगाल में CBI की गिरफ़्तारी
- Ankit Agnihotri

- Sep 25, 2020
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वर्तमान समय में टीवी पर जो समाचार प्रमुखता से दिखलाए जा रहे है या जिन्हें एक ऐतिहासिक घटना का नाम दिया जा रहा है, उनमें से एक प्रमुख घटना है पश्चिम बंगाल की राजधानी व सुश्री ममता बनर्जी की जन्मभूमि (व कर्मभूमि ) कोलकाता में पुलिस कर्मियों के द्वारा सीबीआई के अधिकारियों की गिरफ़्तारी |
इसका मुख्य कारण जो की सीबीआई के आला अधिकारियों के द्वारा वर्णित किया गया या बताया गया वो है कि सीबीआई अधिकारियों को शारदा चिट फंड घोटाले से संबंधित जांच के कुछ आधार जो कि पुलिस कमिश्नर श्री राजीव कुमार के पास होना बताए जा रहे हैं|
और यह आरोप श्री राजीव कुमार जी पर लग रहे हैं, जिन्हें दो बार अनुकर्णीय योगदानों के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक के सम्मान से नवाजा गया है व जिन्होंने झारखंड जैसे नक्सलवादी राज्य में राष्ट्रपति शासन को सुचारु रूप से चलने में प्रमुख भूमिका निभाई है|
अब सवाल उठता है कि राजीव कुमार जी के साथ यह अन्याय क्यों? क्या इसका मुख्य कारण उनकी पाक-साफ छवि है? या उनका प. बंगाल कि मुख्यमंत्री महोदया का क़रीबी होना? जानकारों के अनुसार यह कयास लगाये जा रहे है कि यह सब हमारे प्रधानमंत्री श्री मोदी जी की अगुवाई में सीबीआई के माध्यम से रचित यह षडयंत्र है| चूँकि पिछले दिनों कोलकाता में सुश्री बनर्जी कि अध्यक्षता में हुए सर्वदलीय बैठक से बीजेपी व मोदी जी परेशान नज़र आ रहे हैं|
और इसके विरोध में सुश्री बनर्जी के द्वारा जो धरना प्रदर्शन किया गया व इसके संदर्भ में अन्य विपक्षी दलों के द्वारा ट्विटर व अन्य सोशल मीडिया के सहायता से अभिवादन व श्री मोदी के विरोधाभासी संदेश प्राप्त हो रहे है| जो की विपक्षी दलों कि बीजेपी व श्री मोदी के खिलाफ सियासी विरोध का प्रदर्शन करता है|




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