विधानसभा: आम नागरिक के सवाल( नौंवी कड़ी ) -
- Rahul Dubey
- Apr 8
- 3 min read
प्रस्तुत करते हैं एक सीरीज जिसमें मध्य प्रदेश विधान सभा के विभिन्न सत्रों में हुई चर्चाओं, प्रश्नों एवं उनके उत्तरों का आम नागरिक के सरोकार स्पष्ट होता है।
ये सवाल मध्यप्रदेश विधानसभा में विपक्ष द्वारा उठाए गए हैं। इस प्रश्नोत्तरी को आम नागरिक के लिए जानना जरूरी हैं। क्यों जरूरी हैं? क्योंकि ये सवाल हमारे द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधियों से पूछे गए हैं। सीधे शब्दों में कहें तो ये सवाल हमारे ही हैं! हमें यह जानना चाहिए कि जिन नेताओं को हमने चुना, क्या वे हमारी उम्मीदों पर खरे उतरे हैं या नहीं? आइए, मिलकर इन सवालों के जवाब तलाशें।
इस सीरीज कि नौंवी कड़ी में श्री उमंग सिंघार जी जो धार जिले की गंधवानी विधानसभा क्षेत्र के विधायक और मध्य प्रदेश सरकार के नेता प्रतिपक्ष भी हैं, उनके द्वारा किए गए प्रश्नों को जानने का प्रयास करते हैं - नेता प्रतिपक्ष का प्रश्न ("क्र. 1855) क्या ऊर्जा मंत्री महोदय यह बताने की कृपा करेंगे कि (क) क्या जिला धार की तहसील कुक्षी के ब्लॉक टाण्डा के ग्राम कालीदेवी में दिनांक 29 दिसम्बर, 2024 को सुजीत, नितिन, अमृता 132 के.व्ही. की लाइन के चपेट में आने से बुरी तरह झुलस गये? (ख) प्रभावित बच्चों को कितनी राशि की सहायता प्रदान की गई है? (ग) किन कारणों से बच्चे विद्युत लाइन की चपेट में आये? (घ) क्या विद्युत लाइन की ऊंचाई मापदण्ड के अनुरूप नहीं है? क्या इसकी जांच की जावेगी?

इन प्रशन्नो पर उन्हे प्राप्त उत्तर इस प्रकार है: ऊर्जा मंत्री (श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर): (क) जी हाँ। दिनांक 29.12.2024 को धार जिले की कुक्षी तहसील अंतर्गत टाण्डा ब्लॉक के कालीदेवी ग्राम में तीन बच्चे यथा सुजीत, नितिन एवं अमृता, 132 के.व्ही. (राजगढ़-कुक्षी डी.पी. लाईन) लाईन की चपेट में आने से झुलस गये थे। (ख) म.प्र. पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड के परिपत्र क्रमांक-1600, दिनांक 28.05.2019 में निहित प्रावधानानुसार घातक/अघातक विद्युत दुर्घटना में प्रभावितों को सहायता राशि, सरकारी चिकित्सक/राज्य सरकार द्वारा अनुमोदित पैनल के चिकित्सक द्वारा सम्यक रूप से प्रमाणिक कर उपलब्ध कराये गये दिव्यांगता प्रतिशत प्रमाण पत्र के आधार पर उपलब्ध कराई जाती है। उक्त प्रमाण-पत्र अप्राप्त होने के कारण प्रकरण में नियमानुसार कार्यवाही नहीं की जा सकी है। (ग) दिनांक 29.12.2024 को दोपहर में 3 बजकर 38 मिनिट पर 132 के. व्ही. राजगढ़-कुक्षी डी.पी. लाईन ट्रिप हुई। दिनांक 30.12.2024 को उक्त लाईन की पेट्रोलिंग के दौरान लाईन के लोकेशन क्रमांक-578-579 के मध्य R-फेज-कंडक्टर में ब्लैक स्पॉट के निशान पाए गये। उक्त के दृष्टिगत एवं ग्रामीणों के कथनानुसार प्रतीत होता है कि प्रभावित बच्चों द्वारा खेलने के दौरान या तो चायनीज मांजे का उपयोग किया गया अथवा किसी सुचालक वस्तु का उपयोग पतंग पकड़ने या किसी अन्य कार्य में किया गया और अज्ञानतावश यह घटना घटित हुई। (घ) 132 के.व्ही. राजगढ़-कुक्षी डी.पी. लाईन का निर्माण वर्ष 1977 में डी.पी. स्ट्रक्चर पर किया गया था। उक्त उच्चदाब लाईन 40 वर्ष से अधिक पुरानी हो जाने के दृष्टिगत उक्त लाईन को टावर लाईन में परिवर्तित किये जाने की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।
जाहीर है कि सवाल एवं उसके जवाब पेंचीदा हैं। इनको आसान भाषा में समझना आवश्यक है।
सवाल : ऊर्जा मंत्री से निवेदन है कि वे यह बतायें कि जिला धार की तहसील कुक्षी के ब्लॉक टाण्डा के ग्राम कालीदेवी में सुजीत, नितिन और अमृता 132 के.व्ही. की लाइन के चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गए थे। इसके बाद प्रभावित बच्चों को कितनी सहायता राशि दी गई है? इसके अलावा, किन कारणों से ये बच्चे विद्युत लाइन की चपेट में आये? और क्या विद्युत लाइन की ऊंचाई मापदण्ड के अनुसार नहीं थी? क्या इसकी जांच की जाएगी?
जवाब: - इन सवालों के जवाबो मे मंत्री जी ने कहा कि कुक्षी तहसील के कालीदेवी गांव में तीन बच्चे 132 के.व्ही. राजगढ़-कुक्षी डी.पी. लाइन की चपेट में आकर झुलस गए थे। म.प्र. पावर ट्रांसमिशन कंपनी के नियमों के अनुसार, प्रभावितों को सहायता राशि दिव्यांगता प्रमाणपत्र के आधार पर दी जाती है, जो अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है। जांच में यह पाया गया कि बच्चों ने खेलते समय चायनीज मांजे या किसी अन्य वस्तु का उपयोग किया था, जिससे यह घटना हुई। 132 के.व्ही. लाइन 1977 में बनी थी और अब 40 साल पुरानी होने के कारण इसे टावर लाईन में बदलने की प्रक्रिया चल रही है।
मध्यप्रदेश विधानसभा में विपक्ष ने कुछ महत्वपूर्ण सवाल उठाए—सवाल जो आम जनता की समस्याओं और उनकी उम्मीदों से जुड़े हैं। लेकिन क्या इन सवालों के जो जवाब मिले, वे आपको संतुष्ट करते हैं? हमें अपने जवाब editor@matdaan.com में प्रेषित करें।
लेखक- राहुल दुबे
संबंधित जानकारी हेतु - मध्य प्रदेश विधानसभा ,प्रश्नोत्तरी – सूची ,मार्च 2025 सत्र, सोमवार दिनांक 17 मार्च 2025 , तार्किक प्रश्न उत्तर ।
वेबसाईट- https://mpvidhansabha.nic.in/
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