विधानसभा: आम नागरिक के सवाल ( बारहवी कड़ी )
- Rahul Dubey
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प्रस्तुत करते हैं एक सीरीज जिसमें मध्य प्रदेश विधान सभा के विभिन्न सत्रों में हुई चर्चाओं, प्रश्नों एवं उनके उत्तरों का आम नागरिक के सरोकार स्पष्ट होता है।
ये सवाल मध्यप्रदेश विधानसभा में विपक्ष द्वारा उठाए गए हैं। इस प्रश्नोत्तरी को आम नागरिक के लिए जानना जरूरी हैं। क्यों जरूरी हैं? क्योंकि ये सवाल हमारे द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधियों से पूछे गए हैं। सीधे शब्दों में कहें तो ये सवाल हमारे ही हैं! हमें यह जानना चाहिए कि जिन नेताओं को हमने चुना, क्या वे हमारी उम्मीदों पर खरे उतरे हैं या नहीं? आइए, मिलकर इन सवालों के जवाब तलाशें।
इस सीरीज कि बारहवी कड़ी में श्री हेमंत सत्यदेव कटारे जी जो भिंड जिले की अटेर विधानसभा क्षेत्र के विधायक और मध्य प्रदेश सरकार के विपक्ष के उपनेता भी हैं, उनके द्वारा किए गए प्रश्नों को जानने का प्रयास करते हैं - नेता प्रतिपक्ष का प्रश्न (क्र. 1962) क्या नगरीय विकास एवं आवास मंत्री महोदय यह बताने की कृपा करेंगे कि (क) नगर पालिक निगम भोपाल अंतर्गत कितने वाहन किन-किन ट्रेवल्स कंपनियों से किराये पर लगे हुये हैं? वाहन किराये पर लिये जाने हेतु क्या निविदाएं आमंत्रित की गई थी, टेण्डर प्रक्रिया में किन-किन फर्मों ने भाग लिया? टेण्डर प्रक्रिया में योग्य एवं अयोग्य फर्मों की जानकारी उपलब्ध करावें। (ख) निगम में वाहन प्रदाता ट्रेवल एजेन्सी से किन-किन वाहनों को किस-किस दर पर और कितनी समय-सीमा के लिए किराये पर लिया गया है? पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराने का कष्ट करें? (ग) नगर निगम में किराये पर वाहन लेने संबंधी टेण्डर प्रक्रिया में महापौर और नगर निगम आयुक्त की क्या भूमिका होती है? नियमों के अनुरूप जानकारी उपलब्ध कराएं। (घ) क्या निगम पदाधिकारी के पदीय प्रभाव में उनके ही परिजन की एजेन्सी से किराये के वाहन को नियम विरुद्ध तरीके से किराये पर लिये गये हैं? क्या इस तथ्य की जाँच करायी जायेगी? यदि हाँ, तो कब तक?

इन प्रशन्नो पर उन्हे प्राप्त उत्तर इस प्रकार है: नगरीय विकास एवं आवास मंत्री (श्री कैलाश विजयवर्गीय): (क) जानकारी पुस्तकालय में रखे परिशिष्ट- "अ" अनुसार है। जी हाँ, आमंत्रित निविदा में 05 फर्मों क्रमशः मेसर्स रायश्री ट्रेवल्स, मेसर्स उमाश्री टूर एंड ट्रेवल्स, मेसर्स न्यू लक्की ट्रेवल्स, मेसर्स वेस्ट टूर्स एंड ट्रेवल्स, मेसर्स ग्रोवर ट्रेवल्स द्वारा भाग लिया गया था। टेण्डर प्रक्रिया में सभी संविदाकार सफल पाये गये। (ख) जानकारी कालय में रखे परिशिष्ट "ब" अनुसार है, नगर निगम भोपाल में वाहन 01 वर्ष के लिए किराये पुस्तकालय पर लगाये गये हैं। (ग) नगर निगम भोपाल में निविदा प्रक्रिया के लिए महापौर एवं आयुक्त से नियमानुसार प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति प्राप्त की जाती हैं। नियम की प्रति पुस्तकालय में रखे परिशिष्ट "स" अनुसार है। (घ) जी नहीं। उत्तरांश के परिप्रेक्ष्य में शेषांश का प्रश्न उपस्थित नहीं होता।
जाहीर है कि सवाल एवं उसके जवाब पेंचीदा हैं। इनको आसान भाषा में समझना आवश्यक है।
सवाल : - श्री हेमंत सत्यदेव कटारे ने मंत्री से पूछा है कि भोपाल नगर निगम ने किन ट्रेवल कंपनियों से कितने वाहन किराए पर लिए हैं और क्या इसके लिए टेंडर निकाले गए थे। टेंडर में किन कंपनियों ने हिस्सा लिया, कौन सी योग्य या अयोग्य रहीं, इसकी जानकारी मांगी गई है। उन्होंने यह भी पूछा है कि कौन-कौन से वाहन, कितनी दर पर और कितनी अवधि के लिए किराए पर लिए गए हैं। इसके अलावा, महापौर और आयुक्त की इस प्रक्रिया में क्या भूमिका होती है, यह भी जानना चाहा है। अंत में यह सवाल उठाया गया है कि क्या किसी अधिकारी के प्रभाव से उनके परिजन की एजेंसी को नियमों के खिलाफ ठेका दिया गया है और अगर हां, तो इसकी जांच कब तक होगी।

जवाब :- मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि भोपाल नगर निगम ने पाँच ट्रेवल कंपनियों से टेंडर के माध्यम से एक साल के लिए वाहन किराए पर लिए हैं। सभी फर्में योग्य पाई गईं। प्रक्रिया में महापौर और आयुक्त की स्वीकृति ली गई थी। किसी अधिकारी के परिजन को नियमविरुद्ध ठेका देने की बात गलत है, इसलिए जांच का सवाल नहीं उठता।
मध्यप्रदेश विधानसभा में विपक्ष ने कुछ महत्वपूर्ण सवाल उठाए—सवाल जो आम जनता की समस्याओं और उनकी उम्मीदों से जुड़े हैं। लेकिन क्या इन सवालों के जो जवाब मिले, वे आपको संतुष्ट करते हैं? हमें अपने जवाब editor@matdaan.com में प्रेषित करें।
लेखक - राहुल दुबे
संबंधित जानकारी हेतु - मध्य प्रदेश विधानसभा ,प्रश्नोत्तरी – सूची ,मार्च 2025 सत्र, सोमवार दिनांक 17 मार्च 2025 , तार्किक प्रश्न उत्तर ।